प्रिय पाठकों, आज आप सबके सम्मुख प्रस्तुत है योग के महत्व को बताती ( Yog Diwas Shayari And Slogan In Hindi ) योग दिवस पर शायरी, कामिनी गुप्ता जी के शब्दों में , तो आइये पढ़ते हैं –

योग दिवस पर शायरी

योग दिवस पर शायरी

१.
जो करते हैं नित दिन योग,
पास न आए उनके कोई रोग।

२.
सुबह शाम योग करेंगे,
सोचो न क्या लोग कहेंगे।

३.
योग तन को संवारता है,
हमारी संस्कृति में उदारता है।

४.
कोई हठ योगी कोई कर्मयोगी,
इस पावन धरा पर हुए कितने योगी।

५.
कितने रोगों की दवा एक योग है,
उनसे दर्द उनका पूछो जिन्हें रोग है।

६.
योग करो पर नियमों का भी ध्यान करो,
उठो समय पर फिर समय पे जल -पान करो।

७.
मन को शुद्ध भक्ति भाव करे,
तन को शुद्ध नियम व्यायाम करे।

८.
आओ करें प्रण योग दिवस को सफल बनाएंगे,
स्वच्छता के साथ स्वास्थय को भी प्रबल बनाएंगे।

९.
जीवन निरोगी चाहिए तो योग करो,
प्रतिदिन इसे अपनाकर दूर अपने रोग करो।

१०.
अपनी सभ्यता अपनी संस्कृति पर मान करो,
ऋषि मुनि भी करते थे योग उस पर ध्यान करो।

११.
योग सोचो तो एक साधना है,
मिलता उसे वही जिसकी जैसी भावना है।

१२.
मन को शांति तन को सफूर्ती देता है योग,
दवा का असर भी कहीं बड़ा देता है योग।

१३
गर नियम से योगाभ्यास करें,
तो पहले ही रोगों से हम दूर रहें।

१४.
प्रात:काल योग से दिन सारा अच्छा गुज़रता है,
मन नियंत्रित हो जाए कितना कुछ सुधरता है।

१५.
पूरा विश्व आज योग का महत्व मान रहा है,
क्या इसके फायदे हैं ये भी सहज मान रहा है।

पढ़िए :- योग का महत्व | अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर कविता


 

मेरा परिचय

कामिनी गुप्ता

नाम. : कामिनी गुप्ता

पिता : श्री सुभाष चन्द्र गुप्ता

जन्म स्थान. : जम्मू(जम्मू कश्मीर)

जन्म तिथि : 18:02:1978

शिक्षा : एम. एस.सी.(गणित)

विशेष. : पांच साँझा संग्रह में
प्रकाशित रचनाएं तथा विभिन्न अखबारों में प्रकाशित रचनाऐं

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