आदमी पर कविता :- आदमी अकेला है | Aadmi Par Kavita
आदमी पर कविता "आदमी अकेला है" - प्रिय पाठकों,आज की कविता है " आदमी अकेला ही है -जीवन कविता " कभी कभी हम सारे संशाधन होने के बाद भी खुद को जीवन में अकेला महसूस करते हैं , और ऐसी स्थिति में मन करता है कि सबसे दूर कुछ पल…