ग़ज़लों की दुनिया में पाइए जैसी भी आपको ग़ज़ल चाहिए

 

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गीतिका – नहीं समझो मुझे अबला | Nahi Samjho Mujhe Abla

आदरणीया अंशु विनोद गुप्ता जी की ( Geetika Nahi Samjho Mujhe Abla ) गीतिका - नहीं समझो मुझे अबला :- गीतिका - नहीं समझो मुझे अबला नहीं समझो मुझे अबला, भले कोमल सी' काया है। समर्पित कर दिया जीवन, सदा ही घर बसाया है। बड़े अरमान थे माँ के, उन्हें…

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ग़ज़ल – सनम दीवानी हूँ तेरी | Sanam Diwani Hun Teri

आदरणीया अंशु विनोद गुप्ता जी की ( Ghazal Sanam Diwani Hun Teri ) ग़ज़ल – सनम दीवानी हूँ तेरी :- ग़ज़ल – सनम दीवानी हूँ तेरी सनम दीवानी हूँ तेरी, तुझे गुलफ़ाम लिक्खा है। हथेली पर हिना से यूँ, तेरा ही नाम लिक्खा है।। रुकी कब चाह उल्फ़त की, ज़माने…

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ग़ज़ल – इंसानियत से दूर है इंसान इन दिनों | Ghazal Insaniyat Se Door Hai

आप पढ़ रहे हैं आदरणीया कविता सिंह "वफ़ा" जी द्वारा रचित ( Ghazal Insaniyat Se Door Hai ) ग़ज़ल - इंसानियत से दूर है इंसान इन दिनों :- ग़ज़ल - इंसानियत से दूर होती नहीं है अपनों की पहचान इन दिनों! कैसे बचाई जाए भला जान इन दिनों !! इंसान…

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ग़ज़ल – फ़सादी कहानी हैं | Ghazal Fasaadi Kahani Hai

आप पढ़ रहे हैं आदरणीया कविता सिंह "वफ़ा" जी द्वारा रचित ( Ghazal Fasaadi Kahani Hai Akhbaar Me ) ग़ज़ल - फ़सादी कहानी हैं अख़बार में :- ग़ज़ल - फ़सादी कहानी हैं फ़सादी कहानी हैं अख़बार में ! यही बिक रहा आज बाज़ार में !! ज़मीं ता फ़लक़ शाम गहरा…

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ग़ज़ल – सलामत रहे आशियाना तुम्हारा | Ashiyana Tumhara

आदरणीया अंशु विनोद गुप्ता जी की ग़ज़ल - सलामत रहे आशियाना तुम्हारा :- ग़ज़ल - सलामत रहे आशियाना तुम्हारा इशारे से छत पर बुलाना तुम्हारा। मुझे देखकर लौट जाना तुम्हारा। मुहब्बत अगर है तो इज़हार कर दो चलेगा न कोई बहाना तुम्हारा शबे-ग़म का मातम न लब पे शिकायत मिज़ाजे-मुहब्बत…

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ग़ज़ल – सरकार देख लो | अंशु विनोद गुप्ता जी की बेहतरीन ग़ज़ल

आदरणीया अंशु विनोद गुप्ता जी की ग़ज़ल – सरकार देख लो :- ग़ज़ल – सरकार देख लो होठों पे चुप लगाए है सरकार देख लो। चारों तरफ़ है आग की भरमार देख लो। कुछ लोग छोड़ आए हैं फूलों की घाटियाँ, केसर के बाग़ अब भी हैं गुलज़ार देख लो।…

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