हिंदी प्याला के हिंदी कविता संग्रह में पढ़िए :-
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हिंदी कविता आलोचक | Hindi Kavita Alochak

हरदीप बौद्ध जी की " हिंदी कविता आलोचक " :- हिंदी कविता आलोचक सुनो! आलोचकोंमेरी ख़ामोशी हीअनगिनत सवालों काजवाब है। तुम करते रहो प्रतिकारमुझे अच्छा लगता है,आपका खीझना व्यवहार। क्योंकि यही तो हैमेरे लक्ष्य की पतवार। इसी से मैं अपनी रगों मेंसाहस भरता हूँ,पर! मैं मौन रहूँ तो भीआपको क्यूँ…

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गन्दी राजनीति पर कविता | Gandi Rajneeti Par Kavita

आप पढ़ रहे हैं गन्दी राजनीति पर कविता :- गन्दी राजनीति पर कविता आजकल नेताओं में,लुटाने की होड़ मची है।कोई आ रहा इधर को,कोई भागता उधर को हैऐसा लगता है जैसे,गधों में घुड़दौड़ मची है।आजकल नेताओं में …….। BJP भगवा पर अड़ी है,साईकल भी तैयार खड़ी हैहाथी पर देखो माया…

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कविता मन बनाए होंगे | Kavita Man Banaye Honge

कविता मन बनाए होंगे - आप पढ़ रहे हैं कविता ( Kavita Man Banaye Honge ) - कविता मन बनाए होंगे चौदह जनवरी के आते ही तुमने,गुड तिल के लड़ूं तो बनाए होंगे। अब सर से पाप उतरने के लिए,गंगा मे भी डुबकी लगाए होंगे। अब खस्ता हालत पर काबू…

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Prabhat Kavita | हिन्दी कविता प्रभात | ब्रह्म मुहूर्त की बेला में

Prabhat Kavita - आप पढ़ रहे हैं हिन्दी कविता प्रभात " ब्रह्म मुहूर्त की बेला में " Prabhat Kavita ब्रह्म मुहूर्त की बेला में,कविता रची प्रभात।शीतलहर,तीखी ठंड,कर रही सीधा आघात। शांत पड़ा है शहर,दुबके पड़े है सब मंद।कोहरा छा रहा है,पड़ रही है तेज धूंध। मंदिर का सुन टंकारा,सबने ली…

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विश्व हिंदी दिवस पर कविता | Vishwa Hindi Diwas Par Kavita

विश्व हिंदी दिवस पर कविता - आप पढ़ रहे हैं ( Vishwa Hindi Diwas Par Kavita ) हिन्दी मेरी भाषा :- विश्व हिंदी दिवस पर कविता हिन्द भूमि से जुड़ी;भाषा हिन्दी कहलाय,शब्दों में सुगंध धरा की;हिन्दी खूब लुभाय। हिन्दू राष्ट्र का स्वाभिमान;हिन्दी में समाय,जनगण, वन्दे मातरम् का गान;शब्दामृत बरसाय। उत्सव,…

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कन्या भ्रूण हत्या पर कविता | Kanya Bhrun Hatya Par Kavita

Kanya Bhrun Hatya Par Kavita - आप पढ़ रहे हैं कन्या भ्रूण हत्या पर कविता :- कन्या भ्रूण हत्या पर कविताKanya Bhrun Hatya Par Kavita कमाल है सबजिसे देवी मानते हैं,लक्ष्मी,सरस्वती, दुर्गाकी तरह पूजते हैं। वंश को हमारेआगे बढ़ाए जो,हमें जीवन जीनासिखाए जो। कभी माँ की तरहदुलारती है,कभी बहन की…

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Guru Gobind Singh Ji Kavita | गुरु गोविंद सिंह जी पर कविता

Guru Gobind Singh Ji Kavita - आप पढ़ रहे हैं गुरु गोविंद सिंह जी पर कविता :- Guru Gobind Singh Ji Kavitaगुरु गोविंद सिंह जी पर कविता पुण्यश्लोक गुरु गोविंद सिंह की गाथा गाते हैं।जन्मदिवस को प्रकाश पर्व कह हम मनाते हैं। गुरु तेग बहादुर घर जन्मा देदीप्यमान सिताराईश्वर अंश…

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Tiranga Jhanda Poem In Hindi | तिरंगा पर कविता

Tiranga Jhanda Poem In Hindi - आप पढ़ रहे हैं तिरंगा पर कविता :- Tiranga Jhanda Poem In Hindiतिरंगा पर कविता पिता कौन क्यों है लेटा ?ओढ़े कफ़न तिरंगा,कंधों पर ले चार खड़े हैंआंख से बहती गंगा, बेटा बुला रहा है उनकोकरुणा से रो रोकर,गिरी धरा पर मां शिथिलसिंदूर अश्रु…

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Hindi Poem On Hope | उम्मीद पर कविता

Hindi Poem On Hope - आप पढ़ रहे हैं उम्मीद पर कविता :- Hindi Poem On Hopeउम्मीद पर कविता जीवन में मिले शांति,रखो ईश्वर से उम्मीद‌।सबके घर मने,दीपावली और ईद। ना उम्मीद होना तो,जीवन का होगा अंत।हम तो गृहस्थी है,उम्मेदी होते फकीर संत। हमेशा रखनी चाहिए,विजय की उम्मीद।करो ऐसा परिश्रम,उड़…

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6 हिन्दी कविताएं | 6 Hindi Kavitayen By Vishal Shukla

आप पढ़ रहे हैं 6 हिन्दी कविताएं :- 6 हिन्दी कविताएं जिंदगी खूबसूरत है। देख सको तो देखोतितली के रंग-बिरंगे परो कोबादलों से घिरे नीले आसमां कोफूलों से भरी क्यारियों को। महसूस कर सको तो करोमुस्कान से उपजे एहसास कोअपनों के संग गुजारे लम्हात कोस्पर्श के जज़्बात कोकि ज़िंदगी खूबसूरत…

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Hosla Par Kavita | हौसले पर कविता

Hosla Par Kavita - आप पढ़ रहे हैं हौसले पर कविता :- Hosla Par Kavitaहौसले पर कविता संघर्षों से निजात हेतु,लेने पड़ते है कठिन फैसले। इसलिए हमेशा बढ़ाना है,दूसरों की हिम्मत व हौसले। हौसला व हिम्मत,है ऐसा हथियार।नकारा भी हो जाते है,काम करने के लिए तैयार। हौसला अफजाई से,मिलता है बड़ा…

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Kalam Par Kavita | कलम पर कविता – उठे कलम जब

Kalam Par Kavita - आप पढ़ रहे हैं कलम पर कविता " उठे कलम जब " :- Kalam Par Kavitaकलम पर कविता उठे कलम जब,लेखक साहित्यकार की। सृजन होती है रचनाएं,भिन्न भिन्न प्रकार की। देती है जीवन मे नव संदेश,बदलाव की करती है पुकार। बुराइयों को देता है चुनौती,उठा कलम…

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