हिंदी प्याला के हिंदी कविता संग्रह में पढ़िए :-
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भ्रष्टाचार पर कविता :- देश के सारे भ्रष्टाचारी

आप पढ़ रहे हैं भ्रष्टाचार पर कविता :- भ्रष्टाचार पर कविता इस देश के लिए हम मर मिटेंगे, देश के सारे भ्रष्टाचारी अब पिटेंगे। फर्जीवाड़ा करके बना दिया श्मशान, चली गई उसमें कितने लोगों की जान। जिधर देखूं उधर सब भ्रष्टाचारी नजर आते, यह कभी नहीं सुधरेंगे देश के गद्दार…

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हिंदी कविता मुन्ने की पोथी | Hindi Kavita Munne Ki Pothi

आप पढ़ रहे हैं हिंदी कविता मुन्ने की पोथी :- हिंदी कविता मुन्ने की पोथी मेरी पोथी हो सबसे न्यारी। न ज्यादा मोटी न भारी। मुझे लगती है बड़ी प्यारी। उसमें खूब सारे हो चित्र। मैं खूब करू उनसे बातें। मेरा हो पन्ना उसमें एक। मैं काम करूं सारी रातें। उसमें…

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विश्व हिंदी दिवस पर छोटी कविता | Vishva Hindi Diwas Kavita

आप पढ़ रहे हैं विश्व हिंदी दिवस पर छोटी कविता :- विश्व हिंदी दिवस पर छोटी कविता हिन्दी भाषा हो हर मन की । भाषा बन जाये यह जन जन की ।। हिन्दी भाषा अपनी भाषा, सब में यह अभिमान हो । समृद्ध बने हिन्दी भाषा, कहीं नहीं अपमान हो…

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समय का महत्व कविता – है पास तुम्हारे शेष समय

आप पढ़ रहे हैं ( Samay Ka Mahatva Kavita ) समय का महत्व कविता :- समय का महत्व कविता उड़ती तितली कह कर गईहै पास तुम्हारे शेष समय।जीवन को खुश होकर जीरिक्त कर तू हृदय से भय।। व्यतीत पल ना फिर आएंगेभविष्य में फिर होगा अफसोस।पुनःसपने तेरे ना तुझे पुकारेंगेसदैव…

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गुल्लक पर कविता :- बचत करना है जरूरी | Gullak Par Kavita

आप पढ़ रहे हैं ( Gullak Par Kavita ) गुल्लक पर कविता :- गुल्लक पर कविता बचत करना है जरूरी, बच्चों की डालो आदत। जेब खर्च से सीखे बचाना, फिजूलखर्ची की मत दो इजाजत। बचपन में पड़ी अच्छी आदत, कभी भी नहीं भुली जाती। मितव्ययी बने सब, बच्चे हो या…

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नए साल पर हिंदी कविता :- नया साल है आया

आप पढ़ रहे हैं नए साल पर हिंदी कविता :- नए साल पर हिंदी कविता गुलशन महका, चमन महका महक रही हर डाली डाली, मन की बगिया में नए फूल खिले हैं फिजा भी चल रही है मतवाली। साल पुराना बीत गया चाहे जैसा भी था अब नए साल पर…

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नव वर्ष की कविता :- उत्साह है नव वर्ष का | Nav Varsh Kavita

आप पढ़ रहे हैं नव वर्ष की कविता :- नव वर्ष की कविता उत्साह है नव वर्ष का, उल्लास और हर्ष का। जाते वर्ष ने बहुत कुछ बताया, धैर्य संयम से हमें जीना सिखाया। कुछ ने इसमें नाम पाया, कुछ ने अपना काम खोया। खुशियों के भरे चारों तरफ कल…

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नया साल पर कविता :- नया साल आया है | Naya Saal Kavita

आप पढ़ रहे हैं ( Naya Saal Par Kavita ) नया साल पर कविता :- नया साल पर कविता नया साल आया है संग ये नई उमंगे लाया है, पिछले वर्ष दुःख मिले थे जो ये उन्हें भुलाने आया है। नए-नए सपने ये लाया है अब हमें इतिहास बनाना है,…

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हिंदी कविता बदलना अपना दृष्टिकोण | Badalna Apna Drishtikon

आप पढ़ रहे हैं हिंदी कविता बदलना अपना दृष्टिकोण :- हिंदी कविता बदलना अपना दृष्टिकोण चलो स्वयं से निर्णय करें हम विपत्ति का खोजेगे समाधान। एकाग्र अगर हम हो सके तो पत्थर में प्रकट होंगे भगवान।। पथ में होंगे अनेकों अनुभव कभी चंचल मन मानेगा हार। प्रयास करना व्यर्थ ही…

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किस्मत पर कविता | Kismat Par Kavita

आप पढ़ रहे हैं किस्मत पर कविता :- किस्मत पर कविता क्या है ये क़िस्मत ? सोचो तो सोचते रह जाओगे पुछो तो पूछते रह जाओगे कि क्या है क़िस्मत पर क्या है क़िस्मत ? कोई दुखी होता है तो कहता है मेरी क़िस्मत ख़राब है किसी को कोई चीज…

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हिंदी कविता हाशिए पर बेटियां | Kavita Hashiye Par Betiyaan

आप पढ़ रहे हैं हिंदी कविता हाशिए पर बेटियां :- हिंदी कविता हाशिए पर बेटियां टूटे कंधे और कटी ज़बान, वस्त्र, गुप्तांग हैं लहुलुहान देह पर नाखूनों के निशान मैं दलित बेबस, बेजुबान। दबोची गई गरदन,रीढ़ पर वार आत्मा की अनसुनी चीत्कार हिंसक रेप, कटाक्षों की बौछार जातीय चक्की में…

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अन्नदाता पर कविता :- इस देश का अन्नदाता

आप पढ़ रहे हैं ( Annadata Par Kavita ) अन्नदाता पर कविता :- अन्नदाता पर कविता इस देश का अन्नदाता चारों तरफ से बेहाल है, कोई पूछने वाला नहीं उनके क्या हाल हैं। किसान सड़क पर कब से बैठे हैं, इतनी भयंकर सर्द ठंड में भी डटे हैं। जिसका अन्न…

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