हिंदी प्याला के हिंदी कविता संग्रह में पढ़िए :-
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जीवनसाथी के लिए कविता | Jeevansathi Par Kavita | Love Poem For Wife

जीवनसाथी के लिए कविता आप पढ़ रहे हैं जीवनसाथी के लिए कविता " जीवनसाथी के संग " :- Jeevansathi Par Kavitaजीवनसाथी के लिए कविता पहली बार जब उसको देखादिल ने कहा चांद निकला।देख के उसकी मोहक मुस्कानह्रदय का मेरे मौसम बदला।। दुनिया मेरी थम सी गईमन के बाग में फूल…

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माँ पर कविता हिंदी में :- मां होती हैं जिसके पास

आप पढ़ रहे हैं माँ पर कविता हिंदी में "माँ होती है जिसके पास" :- माँ पर कविता हिंदी में मां होती हैं जिसके पास वह होता है सबसे अमीर। बिन मां के सिकन्दर भी होता है सबसे बड़ा फकीर।। मां सुत की रक्षा करती हैं दुखद क्षणों में बन…

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नाक पर कविता :- नाकों की दुनिया | Perfect Nose Poem In Hindi

Nose Poem In Hindi आप पढ़ रहे हैं नाक पर कविता :- Nose Poem In Hindiनाक पर कविता किसी की नाक पतली तो किसी की मोटी!नाकों की दुनिया भी अजीब अनूठी!! चोंच की तरह नुकीली तो किसी की चपटी नाक!किसी की बड़ी तो किसी की छोटी नाक!! किसी की होती…

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मैं मजदूर की बेटी हूँ :- ट्विंकल वर्मा द्वारा रचित कविता

एक मजदूर के परिवार के जीवन में क्या कठिनाई आती हैं आइये पढ़ते हैं एक बेटी द्वारा रचित मैं मजदूर की बेटी हूँ :- मैं मजदूर की बेटी हूँ आओ दोस्तों मजदूरों की दास्तां सुनाती हूँ। दूसरों की छोड़ो मैं खुद मजदूर पिता की बेटी हूँ। ज़िन्दगी के हर उतर…

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कोई इसे कोरोना कह ले | Koi Ise Corona Kah Le

आप पढ़ रहे हैं कोरोना पर कविता ( Koi Ise Corona Kah Le ) " कोई इसे कोरोना कह ले " :- कोई इसे कोरोना कह ले दुनिया का विस्तार बढ़ा पर बढ़ी एक लाचारी है, कोई इसे कोरोना कह ले या कोई महामारी है। दुनिया भर में दवा नहीं…

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वैज्ञानिक पर कविता :- थॉमस अल्वा एडिसन पर कविता | Hindi Poem On Scientist

वैज्ञानिक पर कविता आप पढ़ रहे हैं थॉमस अल्वा एडिसन को समर्पित ( Hindi Poem On Scientist ) " वैज्ञानिक पर कविता " Hindi Poem On Scientist वैज्ञानिक पर कविता थॉमस अल्वा एडिसन ने जबकिया विद्युत बल्ब का आविष्कारमात्र एक व्यक्ति के संकल्पों नेकिया है मानव जाति पे उपकार।। जिसने…

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गांव पर हिंदी कविता :- यूँ ही गाँव, गाँव नहीं कहलाता | Gaon Par Hindi Kavita

गांव की महिमा का वर्णन करती हुयी गांव पर हिंदी कविता गांव पर हिंदी कविता यूँ ही गाँव, गाँव नहीं कहलाता साहब, कई पीढ़ियाँ बितानी पड़ती हैं गाँव में। यूँ ही आटा-चावल नहीं बनती बालियाँ चलकर फोड़ने पड़ते है छाले पाँव में। लौकी,तोरी,ककड़ी,कैसे लगती डाली में। खून-पसीना बहा,जब सूरज की…

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माँ बिन कैसे जी पाऊंगा :- माँ की याद में कविता

आप पढ़ रहे हैं माँ की याद में कविता ( Maa Bin Kaise Jee Paunga ) " माँ बिन कैसे जी पाऊंगा " :- माँ बिन कैसे जी पाऊंगा जन्म से लेकर ही,धरा पर तेरे, आँचल की छाँव, में रोया था। मेरे नैन खुले भी,नहीं थे किंतु, तेरे आभास,मात्र से…

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साहस पर कविता | Sahas Par Kavita

आप पढ़ रहे हैं ( Sahas Par Kavita ) साहस पर कविता "डर को नहीं करना स्वीकार" साहस पर कविता डर को नहीं करना स्वीकार जीवन को जी भर के जीना। "लोग क्या कहेंगे" यह प्याला मर मर कर नहीं तुम पीना।। साहस को कैद नहीं करना अपने हुनर का…

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कुर्सी पर कविता :- ओ प्यारी कुर्सी | Kursi Par Kavita

कुर्सी तो लगभग हर घर में होती है और आप सभी उसे देखते भी होंगे। लेकिन एक कवि उस किस तरह से देखता है आइये जानते हैं हरीश चमोली जी की ( Kursi Par Kavita ) कुर्सी पर कविता " ओ प्यारी कुर्सी " कुर्सी पर कविता कुर्सी-कुर्सी, ओ प्यारी…

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प्रयास पर हिंदी कविता :- प्रयास करो | Prayas Par Hindi Kavita

आप पढ़ रहे हैं सूरज कुरैचया द्वारा रचित प्रयास पर हिंदी कविता " प्रयास करो अन्तिम क्षण तक " प्रयास पर हिंदी कविता प्रयास करो अन्तिम क्षण तक फिर भले जो भी हो अंजाम। तीव्र गति से चलकर पथ में तुम पीना अनुभवों का जाम।। मार्ग मुश्किलों से भरे होंगे…

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भारत देश पर कविता – भारत देश अनोखा | Bharat Desh Par Kavita

भारत देश की महिमा का गुणगान करती हुयी सूरज कुरैचया जी द्वारा रचित ( Bharat Desh Par Kavita ) भारत देश पर कविता " मेरा भारत देश अनोखा है " :- भारत देश पर कविता मेरा भारत देश अनोखा है सोने की चिड़ियां कहलाता हैं। हिन्दू, मुस्लिम, सिख ,ईसाई सबके…

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