हिंदी प्याला के हिंदी कविता संग्रह में पढ़िए :-
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हिंदी कविता मेरी दीवानगी | Hindi Kavita Meri Deewangi

डॉ. एकांत नेगी जी द्वारा रचित हिंदी कविता मेरी दीवानगी - हिंदी कविता मेरी दीवानगी हमारी दीवानगी का उन पर हुआ ये असर है,इश्क़ का हर रंग उन पर हुआ अब बेअसर हैजिंदगी से भी ज्यादा चाहने लगे हैं हम जिनकोउनको नहीं मालूम मगर दुनिया को ये खबर है जहाँ…

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Holi Poem In Hindi | होली पर कविता – समझ लेना होली है

Holi Poem In Hindi - सुन्दर लाल डडसेना "मधुर" जी की होली पर कविता " समझ लेना होली है " Holi Poem In Hindiहोली पर कविता हर इंसान अपने रंग में रंगा होतो,समझ लेना होली है।हर रंग कुछ कहता ही है,हर रिश्ते में हँसी ठिठोली है। जीवन रंग महकाती,आनंद उमंग…

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मृत्यु पर कविता – प्राण परिंदा एक समान | Mrityu Par Kavita

Mrityu Par Kavita - जीवन की वास्तविकता और जीवन की बाद की वास्तविकता को दर्शाती हुई प्रवीण जी की " मृत्यु पर कविता " मृत्यु पर कविता प्राण परिंदा एक समानजिसको इक दिन उड़ जाना है।तुमने जो कर्म किये है जग मेंबस उनका ही ताना-बाना है।। पाप और पुण्यों का…

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Beti Par Kavita | बेटी पर कविता – मेरी बेटी मेरा मान

Beti Par Kavita - प्रस्तुत है मनीषा राठौर जी द्वारा रचित बेटी पर कविता " मेरी बेटी मेरी शान " Beti Par Kavitaबेटी पर कविता मेरी बेटी, मेरा मान,मेरा वुजूद, मेरी शान है मेरी बेटी,नैन नक्श भी बिलकुल मुझसे है,जैसे ईश्वरने बनाई मेरी परछाई है, वो पल भी क्या आसमानी…

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माँ पर कविता हिंदी में | Maa Par Kavita Hindi

प्रस्तुत है यह कविता हमें भेजी है कृष्ण मुरारी उपाध्याय जी द्वारा रचित माँ पर कविता हिंदी में ( Maa Par Kavita Hindi ) माँ पर कविता हिंदी मेंMaa Par Kavita Hindi माँ तुलसी है , माँ गंगा है , माँ जननी महामाया है।जीवन का सारा सुख मैंने , माँ…

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सपने पर कविता | Sapne Par Kavita

हंसराज "हंस" जी द्वारा रचित सपने पर कविता ( Sapne Par Kavita ) :- सपने पर कविताSapne Par Kavita जीवन में सपने देखना,होता नही है बुरा।मेहनत व सच्ची लगन से,करना चाहिए उनको पुरा।  क्योंकि सपने वो नहीं होते,जो नींद में देखे जाते है।सपने वो होते है,जो नींद नही आने देते। …

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होली के रंगों में कविता | Holi Ke Rangon Me Kavita

होली के रंगों में कविता - होली को समर्पित रामबृक्ष कुमार जी कि कविता :- होली के रंगों में कविता होली के रंगों मेंमन के उमंगों मेंलोगों के संगों में,झूम झूम जाएं हमघूम घूम गाएं हम। होली में हो लें हम एक-दूसरे के। ऋतु के वसंतों मेंमदमस्त अंगों मेंफूलों के…

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Holika Dahan Par Kavita | होलिका दहन पर कविता

Holika Dahan Par Kavita - प्रस्तुत है रामबृक्ष कुमार जी द्वारा रचित होलिका दहन पर कविता :- Holika Dahan Par Kavitaहोलिका दहन पर कविता आज दहन की रातचांद से सुंदर मुखड़े काउठेगी जन ज्वाला अंगारजलेगी एक नारी सम्मानउठेगी गंगा में ज्वार आजहोगी हुल्लड़ो की सौगात।आज दहन की रात वह भी…

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हिंदी कविता प्रतिज्ञा | Hindi Kavita Pratigya

हिंदी कविता प्रतिज्ञा - हंसराज जी द्वारा रचित प्रतिज्ञा पर कविता :- हिंदी कविता प्रतिज्ञा मां गंगा से लेकर,भीष्म पितामह ने आज्ञाअविवाहित रहूंगा जीवन भर, की थी भीष्म प्रतिज्ञा। पिता के वचन की,श्रीराम ने नही की अवज्ञा।चौदह वर्ष के वनवास की,पूरी की भीषण प्रतिज्ञा।  मातृभूमि की रक्षा खातिर,वन वन भटके प्रताप।मेवाड़…

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हिन्दी कविता एक सपना | Hindi Kavita Ek Sapna

हिन्दी कविता एक सपना एक सपना मैं भी बुनता हूँ ।अपने सपनों की चहा मैं हम उड़े जा रहे है , गिरे जा रहे ।अपने रिश्तों को हम खोए जा रहे हैंहम सपने बुनते जा रहे है । सपनों की चाह में हमधीरे- धीरे मिटते जा रहे है ।उम्मीदों पर…

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बेरोजगारी पर कविता | Berojgari Par Kavita

बेरोजगारी पर कविता - देश की एक समस्या " बेरोजगारी " पर रामबृक्ष कुमार जी की कविता :- बेरोजगारी पर कविता आदि अंत हो या अनन्त होमिटी कहां है क्षुधा किसी कीशायद इसी  लिए  ही ईश्वरकर खाने के लिए हाथ दी इन हाथों से मेहनत करनासीखा मैंने इस आशा सेसपनो…

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हिंदी कविता परछाई | Hindi Kavita Parchai 

हिंदी कविता परछाई - प्रस्तुत है हंसराज हंस जी द्वारा रचित रचना :- हिंदी कविता परछाई जीवन है बहुत छोटा,मत बनो हरजाई।करो दीनों की सेवा,बन उनकी परछाई। दुखियों की न जाने,कोई पीर पराई।कर रोज पाप कर्म,मत खोदो अपनी खाई। नर सेवा ही नारायण सेवा,जान करो सबसे प्रीत।बन मानव की परछाई,गाओ…

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