त्योहार पर कविताएं ( Tyohar Par Kavitayen ) में पढ़िए
होली ( Holi ) , दिवाली ( Diwali ) , दशहरा , नवरात्रि , राम नवमी , रक्षाबंधन , बसंत पंचमी , लोहड़ी ( Lohri ) , जन्माष्टमी , करवा चौथ , क्रिसमस ( Christmas ) , नव वर्ष आदि पर कविताएं
Poem On Festivals In Hindi ,
आप पढ़ रहे हैं होली बधाई कविता :- होली बधाई कविता बस रंगों का त्योहार हैं होलीऔर ढंगों का त्योहार हैं होलीमिलजुल जाए आपस में सारेऐसा यहीं ईक़ त्योहार हैं होली करती फिज़ा ज़वान हैं होलीबदलतीं हिज़ा इंसान की होलीधरती अम्बर एक सा करतीकरती खिज़ा गुलज़ार की होली खाते सब…
आप पढ़ रहे हैं हिंदी होली गीत :- हिंदी होली गीत सब हित मीत हमजोली हो प्यार इश्क़ की बोली हो ग़र मिल जाये भूलें भटकें तब समझों पर्व ये होली हो उसे हर रंग गुलाल अबीर हो सब अल्हड़ मस्त फ़क़ीर हो हर गम से दूर , कबीर हो…
आप पढ़ रहे है मकर संक्रांति पर कविता :- मकर संक्रांति पर कविता मकर संक्रांति आई है एक नई क्रांति लाई है निकलेंगे घरों से हम तोड़ बंधनों को सब जकड़ें है जिसमें सर्दी से बर्फ़ शीत की गर्दी से हटा तन से रजाई है मकर संक्रांति आई है एक…
" भारत के रीति रिवाज कविता भाग--1" में मास-- चैत्र, वैशाख, ज्येष्ठ, आषाढ़ और श्रावण के महीनों में चलने वाले त्यवहारों और गतिविधियों का वर्णन है । अब शेष महीनों का चित्रण प्रस्तुत भाग में किया जा रहा है। भारत के रीति रिवाज कविता मास-- भादौं काली घटा घनघोर घटा,…
हमारे देश भारत वर्ष में पूरे वर्ष बारहों महीने अलग अलग तरीकों से पृथक् पृथक् त्योहार मनाने और गतिविधियां करने की परम्परा है , जो कि सम्पूर्ण विश्व में अद्भुत हैं । प्रस्तुत रचना " भारत देश के रीति रिवाज ( बारहमासा ) " में प्रत्येक महीने की परम्पराओं का…
भाई बहन के रिश्ते को समर्पित है रक्षाबंधन का त्यौहार। लेकिन जब भाई सरहद पर देश की रक्षा कर रहा होता है तो अकसर बहनें उन्हें याद करती है और राखी आने से कुछ दिन पहले उसे घर आने के लिए बोलती है। ऐसे में क्या बात होती है भाई…
एक बहन के लिए उसके भाई का जीवन में क्या महत्त्व होता है आइये जानते हैं इस ( Rakhi Par Kavita ) राखी पर कविता " वो भैया ही मेरा " :- राखी पर कविता जब मन मेरा घबराये भैया को पता चल जाये। तब हाथ पकड़ के मेरा मुझे…
मनहरण घनाक्षरी में लिखी हरीश चमोली जी की ( Fagun Maheene Par Kavita ) फाल्गुन पर कविता "फागुन महीना आया" :- फाल्गुन पर कविता फागुन महीना आया होली भी है साथ लाया झूम-झूम सब मिल खुशियां मनाइये। गुब्बारे में रंग भर गिलास में भंग भर यहां-वहां घूम फिर गुलाल उड़ाइये।…
आप पढ़ रहे हैं होली पर हिंदी कविता :- होली पर हिंदी कविता रंग ही रंग होंगे चारो ओर समक्ष आयेगी जब होली। घर के आंगन में सजी होगी प्यारी सी मनमोहक रंगोली।। स्वर्ग जमी पर उतर आएगा प्रफुल्लित होंगे समस्त मानव। वसुधा पे इतना उल्लास देख भाग जाएंगे सारे…
आप पढ़ रहे हैं दीपावली पर कविता :- दीपावली पर कविता दीप मालाएं जलाकर,अंधियारा है मिटाना। रीत जो आती रही है, इस तरह से ही निभाना। अगर मिट जाते नहीं अंतर्मनों से द्वेष सारे। व्यर्थ फिर दीपक जलाना,है उचित उनको बुझाना। क्यूँ जला देते सभी है,एक पुतला शौक में यूँ?…
होली पर देश प्रेमी कविता ( Holi Par Desh Premi Kavita ) में पढ़िए आज के हालातों को सुधारने का संदेश देते आदरणीया कविता सिंह "वफ़ा" जी की यह रचना " आओ मिलकर खेलें होली " :- होली पर देश प्रेमी कविता आओ मिलकर खेलें होली निकले फिर मस्तों की…
भुलाएँ सभी नफरतें और रहें सब मिल जुल कर। होली में करें खूब मस्ती। यही सन्देश दे रही है जगवीर सिंह चौधरी जी द्वारा रचित ( Poem On Holi Festival In Hindi ) होली की मस्ती कविता " होली का त्योहार है " :- होली की मस्ती कविता होली का…