Deepawali Par Kavita | दीपावली पर कविता | Best Poem On Diwali In Hindi
Deepawali Par Kavita - आप पढ़ रहे हैं दीपावली पर कविता :- Deepawali Par Kavitaदीपावली पर कविता बन जुगनू जगमग कर जाएं।आओ मन का दीप जलाएं।। भेद भाव की छोड़ बुराईभर मन में अपने अच्छाई,दिल में जो अंधकार भरा हैदीपक दिल में बुझा पड़ा है, दिल से नफ़रत द्वेष मिटाएं।आओ मन का दीप जलाएं।। दीप जलाना एक बहानासाथ खड़े…