माँ पर हिंदी कविता :- माँ तो बस माँ होती है | Hindi Kavita Maa

आप पढ़ रहें हैं आदरणीया मधु जी द्वारा रचित ( Hindi Kavita On Meri Maa ) माँ पर हिंदी कविता "माँ तो बस माँ होती है" माँ पर हिंदी कविता 'मेरा पहला प्यार तुम्ही हो माँ ' यह आवाज़ मेरे दिल की, धड़कन में बसी होती है। भले ही मोहब्बत…

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नाती पर कविता :- आज मेरा नाती | Naati Par Hindi Kavita

आप पढ़ रहे हैं ( Naati Par Hindi Kavita ) नाती पर कविता :- नाती पर कविता आज मेरा नाती बना लंगूर, डाल पे लटके जैसे अंगूर। इसकी अदा बड़ी है प्यारी, हृदय में फूल खिलाने वाली। होठ इसके गुलाब के फूल, है चेहरे से टपकता नूर। इसकी ठुमक ठुमक…

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होली पर देश प्रेमी कविता :- आओ मिलकर खेलें होली

होली पर देश प्रेमी कविता ( Holi Par Desh Premi Kavita ) में पढ़िए आज के हालातों को सुधारने का संदेश देते आदरणीया कविता सिंह "वफ़ा" जी की यह रचना " आओ मिलकर खेलें होली " :- होली पर देश प्रेमी कविता आओ मिलकर खेलें होली निकले फिर मस्तों की…

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होली की मस्ती कविता :- होली का त्योहार | Poem On Holi

भुलाएँ सभी नफरतें और रहें सब मिल जुल कर। होली में करें खूब मस्ती। यही सन्देश दे रही है जगवीर सिंह चौधरी जी द्वारा रचित ( Poem On Holi Festival In Hindi ) होली की मस्ती कविता " होली का त्योहार है " :- होली की मस्ती कविता होली का…

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होली पर कविता :- ये रंगों की होली | Holi Par Hindi Kavita

आप पढ़ रहे हैं होली के पावन अवसर पर संदीप सिंधवाल जी द्वारा रचित बेहतरीन ( Holi Par Hindi Kavita ) होली पर कविता "ये रंगों की होली" :- होली पर कविता ये रंगों की होली एक बार आती बरस में इधर होली रंगते दिखाई देते हैं हर पल में।…

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नारी शक्ति कविता :- शक्ति स्वरूपा है | Kavita On Nari Shakti

आप पढ़ रहे हैं ( Hindi Kavita On Nari Shakti ) नारी शक्ति कविता "नारी शक्ति स्वरूपा है" नारी शक्ति कविता नारी शक्ति स्वरूपा है, नारी भक्ति रूपा है। नारी नादान अबला नहीं सुबला है, माँ दुर्गा, माँ भवानी, माँ कमला है। कभी दुर्गा, कभी भवानी, कभी रणचंडी कभी मर्दानी।…

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ग़ज़ल – इंसानियत से दूर है इंसान इन दिनों | Ghazal Insaniyat Se Door Hai

आप पढ़ रहे हैं आदरणीया कविता सिंह "वफ़ा" जी द्वारा रचित ( Ghazal Insaniyat Se Door Hai ) ग़ज़ल - इंसानियत से दूर है इंसान इन दिनों :- ग़ज़ल - इंसानियत से दूर होती नहीं है अपनों की पहचान इन दिनों! कैसे बचाई जाए भला जान इन दिनों !! इंसान…

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देश भक्ति होली गीत :- खेलें हम सब होली | Holi Geet

आप पढ़ रहे हैं आदरणीया कविता सिंह "वफ़ा" जी द्वारा रचित ( Desh Bhakti Holi Geet ) देश भक्ति होली गीत "कैसे खेलें हम सब होली " :- देश भक्ति होली गीत कैसे खेलें हम सब होली सीमा पर जब चलती गोली, खोए हैं अब राग रंग सब भूल गई है…

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ग़ज़ल – फ़सादी कहानी हैं | Ghazal Fasaadi Kahani Hai

आप पढ़ रहे हैं आदरणीया कविता सिंह "वफ़ा" जी द्वारा रचित ( Ghazal Fasaadi Kahani Hai Akhbaar Me ) ग़ज़ल - फ़सादी कहानी हैं अख़बार में :- ग़ज़ल - फ़सादी कहानी हैं फ़सादी कहानी हैं अख़बार में ! यही बिक रहा आज बाज़ार में !! ज़मीं ता फ़लक़ शाम गहरा…

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हिंदी कविता – क्यों मरने लगे | Hindi Kavita Kyo Marne Lage

आप पढ़ रहे हैं ( Hindi Kavita Kyo Marne Lage ) हिंदी कविता - क्यों मरने लगे :- हिंदी कविता - क्यों मरने लगे व्यापार आँसुओं का करने लगे वादों से भी अपने मुकरने लगे, पटल के आचार्यों समझाओ हम जीते जी क्यों मरने लगे। एक दौर था सुकूँ से…

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हिंदी कविता – हृदय का खालीपन | Hriday Ka Khalipan

आप पढ़ रहे हैं प्रवीण जी द्वारा रचित ( Hriday Ka Khalipan Hindi Kavita ) हिंदी कविता - हृदय का खालीपन हिंदी कविता - हृदय का खालीपन हृदय में खालीपन लिए उसकी आहटों को खोजती हूँ। मिले सुखद संदेश उनका हो ख़बर -सुध कोई, रहे कुशल-मंगल सदा वो ये प्रार्थना…

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ग़ज़ल – सलामत रहे आशियाना तुम्हारा | Ashiyana Tumhara

आदरणीया अंशु विनोद गुप्ता जी की ग़ज़ल - सलामत रहे आशियाना तुम्हारा :- ग़ज़ल - सलामत रहे आशियाना तुम्हारा इशारे से छत पर बुलाना तुम्हारा। मुझे देखकर लौट जाना तुम्हारा। मुहब्बत अगर है तो इज़हार कर दो चलेगा न कोई बहाना तुम्हारा शबे-ग़म का मातम न लब पे शिकायत मिज़ाजे-मुहब्बत…

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