माँ सरस्वती पर कविता – जनप्रिय माँ जनोपकारणी

प्रिय पाठकों आज हम ज्ञान की देवी ( Maa Saraswati Vandana Kavita ) माँ सरस्वती पर कविता पढ़ेंगे। इसके साथ ही माँ सरस्वती हम सभी को सद्ज्ञान, सद्द्बुद्धि दे। तो आइए पढ़ते हैं कालिका प्रसाद सेमवाल जी की रचना माँ सरस्वती पर कविता जवनप्रिय माँ जनोपकारणी जग जननी, जल जीवधारणी।…

Continue Readingमाँ सरस्वती पर कविता – जनप्रिय माँ जनोपकारणी

पिता और बेटी पर कविता – बेटी का बाप हूँ

पिता और बेटी पर कविता ( Pita Aur Beti Par Kavita ) - बेटी का बाप हूँ। प्रिय पाठकों , आज की मौजूदा परिस्तिथियों और हालातों को देखकर कभी कभी बहुत डर लगता है जब आप एक बेटी के पिता होते हैं तो किस ता तरह एक पिता के मन…

Continue Readingपिता और बेटी पर कविता – बेटी का बाप हूँ

Madhur Smriti In Hindi Love Poem | प्रेम कविता मधुर स्मृति

Madhur Smriti In Hindi Love Poem - प्रेम कविता मधुर स्मृति प्रिय पाठकों जिन्दगी हमारे इम्तिहान तो लेती ही रहती है लेकिन सबसे बड़ा झटका तब लगता है जब प्यार में विफलता मिलती है और उसी प्रेम को याद करते हुए पढ़िए यह कविता - Madhur Smriti In Hindiप्रेम कविता…

Continue ReadingMadhur Smriti In Hindi Love Poem | प्रेम कविता मधुर स्मृति

बेटी की विदाई पर कविता :- उठी डोली चली ससुराल |

पढ़िए रामावतार जी की कविता , " बेटी की विदाई पर कविता " ( Beti Ki Vidai Kavita In Hindi ) जिसके माध्यम से एक पिता की भावनाओं को बताया गया है की जब उसके घर की लक्ष्मी यानि की उसकी बेटी की शादी होती है तो किस तरह के…

Continue Readingबेटी की विदाई पर कविता :- उठी डोली चली ससुराल |

पिता पर बाल कविता – पापा पापा क्या लाये

पिता पर बाल कविता ( Pita Par Bal Kavita ) - हमारे जीवन में न जाने ऐसे कई प्रसंग जुड़े होते हैं जो हमें हमारी बचपन की याद दिलाते हैं। और जब भी उन्हें याद करो तो चेहरे पर एक मुस्कान आ जाती है। जो हमसे हमारे ग़मों को छीन…

Continue Readingपिता पर बाल कविता – पापा पापा क्या लाये

पिता की दर्द भरी शायरी :- पिता पर दो लाइन शायरी

पिता की दर्द भरी शायरी ( Pita Ki Dard Bhari Shayari ) - प्रिय पाठकों, आज तक बस हमने पिता दिवस पर शायरी पढ़ी है। आज पढ़ें पिता पर शायरी वो भी दर्द भरी दो लाइन शायरी । जी हाँ, हम हमेशा तारीफें ही सुनते आये हैं। किन्तु आज उस…

Continue Readingपिता की दर्द भरी शायरी :- पिता पर दो लाइन शायरी

गुरु पर कविता हिंदी में | गुरु की महिमा बताती कविता

आइये पढ़ते है रश्मि लता जी की गुरु की महिमा बताती कविता | ( Guru Par Kavita Hindi Me ) गुरु पर कविता हिंदी में - गुरु कौन? गुरु पर कविता हिंदी में ज्ञान का मार्ग जोहै करता प्रशस्तहोने ना देता जोशिष्य को कभी भ्रष्ट। जीवन को जो सँवारेकिसी कुम्हार…

Continue Readingगुरु पर कविता हिंदी में | गुरु की महिमा बताती कविता

गुरु महिमा पर कविता | Guru Ki Mahima Poem In Hindi

गुरु महिमा पर कविता Guru Ki Mahima Poem In Hindi - दोस्तों जब  भी कोई व्यक्ति इस दुनियां में जन्म लेता है तो उसे उसके पश्चात भाँती -भाँती के व्यक्तियों का मार्गदर्शन मिलता रहता है, व्यक्ति की प्रथम पाठशाला उसका घर होता है और प्रथम गुरु माँ होती है। जो…

Continue Readingगुरु महिमा पर कविता | Guru Ki Mahima Poem In Hindi

भगवत गीता पर भक्ति कविता – मौत दबे पाँव सी मेरे कमरे में आई

संसार में इंसान किसी चीज से बहुत ज्यादा डरता है तो वो है मौत। लेकिन एक शक्ति ऐसी है जो हमारे सारे डर ख़तम कर देती है। वो है भगवत गीता की शक्ति। यह एक ऐसी शक्ति है जो हमारे जीवन को सरल और सुगम बना देती है। हमारी सारी…

Continue Readingभगवत गीता पर भक्ति कविता – मौत दबे पाँव सी मेरे कमरे में आई

योग दिवस पर शायरी – अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर स्लोगन

प्रिय पाठकों, आज आप सबके सम्मुख प्रस्तुत है योग के महत्व को बताती ( Yog Diwas Shayari And Slogan In Hindi ) योग दिवस पर शायरी, कामिनी गुप्ता जी के शब्दों में , तो आइये पढ़ते हैं - योग दिवस पर शायरी १. जो करते हैं नित दिन योग, पास…

Continue Readingयोग दिवस पर शायरी – अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर स्लोगन

पर्यावरण पर छोटी कविता – तपता सूरज जलती अवनि

आप पढ़ रहे हैं ( Short Poem On Paryavaran In Hindi ) पर्यावरण पर छोटी कविता - पर्यावरण पर छोटी कविता तपता सूरज जलती अवनि, समुद्र उगल रहा है आग। जलवायु की मार से देखो मुरझाये वन उपवन बाग। हलचल करती व्याकुल हो फटती कही ज्वालामुखी पशु,पक्षी भटक रहे अब…

Continue Readingपर्यावरण पर छोटी कविता – तपता सूरज जलती अवनि

गुरु पूर्णिमा पर कविता – गुरु देव | Poem On Guru Purnima

आप पढ़ रहे हैं ( Poem On Guru Purnima In Hindi ) गुरु पूर्णिमा पर कविता :- जय जय गुरु देव मुझे दर्शन दो गुरु पूर्णिमा पर कविता जय जय जय जय गुरु देव,मुझे दर्शन दो।अपनी शरण में तुम,मुझ को ले लो।जय जय जय जय गुरु देव,मुझे दर्शन दो।। कल…

Continue Readingगुरु पूर्णिमा पर कविता – गुरु देव | Poem On Guru Purnima