प्यार की कविता हिंदी में
पाई जब इक झलक तेरी
दीवाना मैं उस पल हुआ हूँ।
देख तेरी सादगी फिर
मैं तो तेरा कायल हुआ हूँ।
सुकून नहीं न करार मुझे
तेरे खयालों में ही डूबा रहूँ।
जब से देखा ये चेहरा तेरा
मैं तो तबसे घायल हुआ हूँ।
तेरे नाम अब अपनी मैं
हर सुबह शाम करता हूँ।
अपने सपनों का मैं अब
तुझे ही मकाम करता हूँ।
न खोना चाहूँ मैं तुझे
जिंदगी के किसी मोड़ पर
अपनी ये जिंदगी अब मैं
तेरे ही नाम करता हूँ।
देखकर खुश तुझे अपने
दिल को सुकून मिलता है।
तेरी चाहत में मुझे अब
एक नया जुनून मिलता है।
खिलखिलाती धूप सी तू
मचलती है मुझमें हर कहीं
सूरजमुखी सा मुझे अब
तेरा ही प्रसून मिलता है।
आजा अब तू जल्दी से
मुझमें खुद को घुल जाने दे।
रंगत तेरी चाहतों की
मुझमें अब मिल जाने दे।
बेकरारी बढ़ रही है मेरी
तेरी राह तक रहा हूँ।
अपनी सारी तमन्नाओं को
खुल के आज मुस्कुराने दे।
पढ़िए :-प्यार का इजहार कविता | अगर प्यार को दे दो
मेरा नाम हरीश चमोली है और मैं उत्तराखंड के टेहरी गढ़वाल जिले का रहें वाला एक छोटा सा कवि ह्रदयी व्यक्ति हूँ। बचपन से ही मुझे लिखने का शौक है और मैं अपनी सकारात्मक सोच से देश, समाज और हिंदी के लिए कुछ करना चाहता हूँ। जीवन के किसी पड़ाव पर कभी किसी मंच पर बोलने का मौका मिले तो ये मेरे लिए सौभाग्य की बात होगी।
“ प्यार की कविता हिंदी में ” ( Pyar Ki Kavita Hindi Me ) के बारे में कृपया अपने विचार कमेंट बॉक्स में जरूर लिखें। जिससे लेखक का हौसला और सम्मान बढ़ाया जा सके और हमें उनकी और रचनाएँ पढ़ने का मौका मिले।
यदि आप भी रखते हैं लिखने का हुनर और चाहते हैं कि आपकी रचनाएँ हमारे ब्लॉग के जरिये लोगों तक पहुंचे तो लिख भेजिए अपनी रचनाएँ hindipyala@gmail.com पर या फिर हमारे व्हाट्सएप्प नंबर 9115672434 पर।
हम करेंगे आपकी प्रतिभाओं का सम्मान और देंगे आपको एक नया मंच।
धन्यवाद।
Leave a Reply