हंसराज “हंस” जी गत 30 वर्षो से अध्यापन का कार्य करवा रहे है। शिक्षा मे नवाचारों के पक्षधर है। “हैप्पी बर्थडे” “गांव का अखबार” इनके शैक्षिक नवाचार है। शिक्षक प्रशिक्षण कार्यशालाओं में संदर्भ व्यक्ति (रिसोर्स पर्सन) के रूप में 8-10 वर्षों का अनुभव रखते है। तात्कालिक मुद्दों, जयंतियों व सामाजिक कुरीतियों पर आलेख लिखते रहते। मौलिक लेख विभिन्न सामाजिक, धार्मिक व देश व प्रदेश की पत्रिकाओं में प्रकाशित होते रहते हैं। इसके साथ ही न्यूज पोर्टल व सोशल मीडिया के माध्यम से भी कई वेबीनारो व फेसबुक लाइव प्रसारण पर विभिन्न मंचों के माध्यम से अपने मौलिक विचारों का प्रकटीकरण करते रहते है। शिक्षक संगठन व सामाजिक संगठनों में विभिन्न दायित्वों का निर्वाह करते हुए निरंतर सामाजिक सुधारों की ओर अग्रसर है।

Deepon Ka Tyohar Diwali | दीपों का त्यौहार दीवाली | Festivals Of Light

Deepon Ka Tyohar Diwali - आप पढ़ रहे हैं दीपों का त्यौहार दीवाली Deepon Ka Tyohar Diwaliदीपों का त्यौहार दीवाली त्यौहारों में खास दिवाली,बच्चों का आनंद दिवाली। रिश्ते नातों का मेल दीवाली,दीपों का त्यौहार दिवाली। खुशियों का गुब्बार दिवाली,सुंदरता की मान दिवाली। पटाखों का शौर दीवाली,दीपों का त्यौहार दिवाली। नवयोवना कि आश दिवाली,उल्लास…

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Sharad Ka Chaand Kavita | शरद का चाँद कविता

Sharad Ka Chaand Kavita - आप पढ़ रहे हैं शरद का चाँद कविता :- Sharad Ka Chaand Kavitaशरद का चाँद कविता शरद चांद उत्सव को,होती है रात में अमृत वर्षा।दूध चावल से बना व्यंजन, खीर पर होती है खूब चर्चा।  लगा भोग शरद चांद के, करते है प्रसाद सभी ग्रहण। सभी का हो प्रसाद में अंश, करते है थोड़ा थोड़ा संग्रहण। …

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हिंदी कविता कृष्ण कन्हैया Awesome Poem Krishna Kanhaiya

आप पढ़ रहे हैं हिंदी कविता कृष्ण कन्हैया :- हिंदी कविता कृष्ण कन्हैया यशोदा का लल्ला,कृष्ण कन्हैया।वासुदेव देवकी को जायो,बलराम है भैया। गौ पालक नटखट,कृष्ण कन्हैया।माखन चोर नटवर नागर,कान पकड़कर समझावे यशोदा मैया। कदम की डाल पर बैठ,बंसी बजावे कृष्ण कन्हैया।दौड़ी चली आवे गोपियां,बरसाने की गुजरियां। खूब रास रचावे,उनके संग कृष्ण कन्हैया।राधा है उसकी…

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कविता राखी का त्यौहार | Kavita Rakhi Ka Tyohar | Poem On Rakhi Festival

Kavita Rakhi Ka Tyohar आप पढ़ रहे हैं कविता राखी का त्यौहार :- कविता राखी का त्यौहार मन भावन सावन में आता, राखी का त्यौहार। सखियों संग झूला झूलती, ननद भौजाई बार-बार। सजा थाल बहना आती, बांधने राखी चमकदार।हुलसी हुलसी फिरती, पहन चुनरी लहरेदार। भैया के बांध राखी, करती है लाड प्यार। सब त्यौहारों मे खास…

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Hindustan Par Kavita | हिंदुस्तान पर कविता :- ये है मेरा हिन्दुस्तान

Hindustan Par Kavita - आप पढ़ रहे हैं हिंदुस्तान पर कविता :- Hindustan Par Kavitaहिंदुस्तान पर कविता ये है मेरा हिंदुस्तान, दुनिया में है सबसे महान।यहां सभी धर्मो का, होता है पूरा सम्मान। विविधता में एकता, इसकी है विशेषता।संप्रभुता संपन्न है संविधान, नही है कोई विवशता। दक्षिण में हिंद महासागर, उत्तर में खड़ा हिमालय।प्रायद्वीप…

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मेरे हो तुम कविता | Kavita Mere Ho Tum

आप पढ़ रहे हैं ( Kavita Mere Ho Tum ) " मेरे हो तुम कविता " मेरे हो तुम कविता मेरे हो तुम, मैं हूं तुम्हारी।सदा बनी रहे, यह जोड़ी हमारी। तू मेरा राजा, मैं तेरी रानी।मुझे बना के रखना, सदा पटरानी। मेरा विश्वास कभी, कम ना होने देना।मैं भटक…

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Meri Abhilasha Hindi Poem | मेरे मन की यह अभिलाषा Wish Poem

आप पढ़ रहे हैं हिंदी कविता मेरे मन की यह अभिलाषा ( Meri Abhilasha Hindi Poem ) :- Meri Abhilasha Hindi Poemमेरे मन की यह अभिलाषा हे गिरधर गोपाल, आप हो संकट नाशा।ना मैं बुरा सोचूं ना बुरा करूं, मेरे मन की यह अभिलाषा। मन वचन कर्म से, किसी का…

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कविता बरसो मेघा प्यारे | Kavita Barso Megha Pyare

आप पढ़ रहे हैं कविता बरसो मेघा प्यारे :- कविता बरसो मेघा प्यारे भयंकर गर्मी चहूं ओर, त्राहिमाम त्राहिमाम कर रहे सारे। मोर बोले मेव आओ-मेव आओ,अब तो बरसो मेघा प्यारे। उमड़ घुमड़ कर आओ, कर दो वारे-न्यारे‌। ताल-तलैया सब भर दो, खूब बरसो मेघा प्यारे। गगन में तेज गर्जना,…

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कसम पर कविता | Kasam Par Kavita | Promise Poem In Hindi

आप पढ़ रहे हैं कसम पर कविता :- Promise Poem In Hindiकसम पर कविता जिंदगी में आए हो, तो कसमें लेनी पड़ेगी।जीवन के हर मोर्चे पर, कसमें निभानी पड़ेगी। कसम लेना है आसान, निभाना होता है भारी।जीवन में हर आदमी की, भूमिका होती है न्यारी-न्यारी। पिता, पति, मामा व चाचा,…

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योग दिवस पर कविता :- योग देता है शक्ति | Yog Diwas Kavita

आप पढ़ रहे हैं ( Yog Diwas Par Kavita ) योग दिवस पर कविता :- योग दिवस पर कविता नियमित करो योग। बने रहोगे निरोग। योग देता है शक्ति। करो ईश्वर की भक्ति। मिलेगी जीवन से मुक्ति। योग ही है इसकी युक्ति। योग से आती है उर्जा। योगी के नही…

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ज्ञान की कविता :- भ्रम की पोटली | Gyan Ki Kavita

आप पढ़ रहे रहे हैं ( Gyan Ki Kavita ) ज्ञान की कविता :- ज्ञान की कविता कब तक चलते रहोगे। लेकर भ्रम की पोटली को हाथ में। मेरे बाद में कैसे, क्या होगा, मेरे परिवार के साथ में। यहां कोई किसी का नही, यहां पालते है सब भ्रम को।…

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कविता सारी उम्र गुजारी हमने | किसान के दर्द पर कविता

आप पढ़ रहे हैं ( Kavita Sari Umra Gujari Humne ) किसान के दर्द पर कविता सारी उम्र गुजारी हमने :- कविता सारी उम्र गुजारी हमने सारी उम्र गुजारी हमने, किसान बन खेती करने में। शीत,ताप सब सहते है, पीछे नही श्रम करने में। भोर हुई निकल पड़ते, ले कुदाली…

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