मेरा नाम हरीश चमोली है और मैं उत्तराखंड के टेहरी गढ़वाल जिले का रहें वाला एक छोटा सा कवि ह्रदयी व्यक्ति हूँ। बचपन से ही मुझे लिखने का शौक है और मैं अपनी सकारात्मक सोच से देश, समाज और हिंदी के लिए कुछ करना चाहता हूँ। जीवन के किसी पड़ाव पर कभी किसी मंच पर बोलने का मौका मिले तो ये मेरे लिए सौभाग्य की बात होगी।
हरीश चमोली जी द्वारा रचित हिंदी कविता पागल ( Hindi Kavita Pagal ) :- हिंदी कविता पागल मेरे सपनों को तुम,इस तरह तोड़ो मत।अपना रुख तुम कहीं,और मोड़ो मत।कि मर जायेंगे हम,अब तुम्हारे बिनामेरा साथ तुम यूँ,इस तरह छोड़ो मत। क्यूँ पागल बनाया,था तुमने मुझेगर जाना ही था तो,क्यूँ लगाई…
Janmdin Par Kavita - हरीश चमोली जी की जन्मदिन पर कविता " जन्मदिन मनाता चल " :- जन्मदिन पर कविता खुश रह तू ईश्वर के बंदे,जन्मदिन मनाता चल।जीवन की बढ़ती उम्र में,अपनी आयु घटाता चल। जी रहा है किस अहम मेंखाली हाथ तो जाना है।अपनों का संसार है पर,दरअसल यह…
Hindi Ghazal Achha Hai - आप पढ़ रहे हैं हिंदी ग़ज़ल अच्छा है :- Hindi Ghazal Achha Haiहिंदी ग़ज़ल अच्छा है मुझे हर रोज न तू तड़पाया कर,क्या तिल तिल मरना अच्छा है? मुझसे इश्क़ कर तो ऐसे कर,कि लगे हद से गुजरना अच्छा है। लबों पे आई बात अब…
Motivational Kavita आप पढ़ रहे हैं मोटिवेशनल कविता मंजिल को यदि पाना है Motivational Kavitaमंजिल को यदि पाना है मंजिल को यदि पाना है तो,गिरकर हमको उठना होगा।मध्य मार्ग में आने वालेहर कंटक से लड़ना होगा।असफलता को मार ठोकरें,हमको आगे बढ़ना होगा।गिरकर हमको उठना होगा। जीवन में कुछ करने खातिर,सोने सा फिर तपना…
Madhumas Aur Teri Yaad Kavita आप पढ़ रहे हैं मधुमास और तेरी याद हिंदी कविता :- मधुमास और तेरी याद आ गया मधुमास फिर से, साथ में तेरा प्यार लेकर।पायलों से फूल खनके, हर डाल में झंकार लेकर। चहकी है फिर से चिरैया, महकी सरसों क्यारियाँ हैं।आरती ले हाथ में मैं, चौखट खड़ा सत्कार…
Gantantra Diwas Par Kavita आप पढ़ रहे हैं गणतंत्र दिवस पर कविता :- Gantantra Diwas Par Kavitaगणतंत्र दिवस पर कविता कितनी पीड़ा सही उन्होंने,तिरंगे की शान बचाने को।खदेड़ फिरंगियों को भारत से,अपनी आजादी पाने को। कुछ ने सीने पर गोली झेली,तो कुछ फंदों पर झूल गए।लाशों के अनगिन ढेर जले…
आप पढ़ रहे हैं घर के बंटवारे पर कविता :- घर के बंटवारे पर कविता तन्हाईयों का शोर फिर से, गूँजने लगा है शहर में। जाने क्या से क्या हुआ ये, सोच रहे हैं डर ही डर में। कुछ रिश्तेदारों के सम्मुख, बैठ गए सब आँगन में, बँटवारे का माहौल…
आप पढ़ रहे हैं ( Hindi Kavita Shaapit ) हिंदी कविता शापित :- हिंदी कविता शापित कुछ पदचिन्ह छोड़ चले हम, जिंदगी की राहों में, ढूंढोगे घर हमारा एक दिन,पता लेकर के बाहों में। रोओगे तो तुम भी एक दिन,जब देखोगे दर्पण में। यह हाथ छोड़कर गए थे कैसे, गैरों…
कलम पर कविता Poem On Pen In Hindi क्रांति सिर्फ बंदूकों से ही नहीं आती, कलम से भी आती है। बन्दूक से तो किसी को डराया, धमकाया या मारा जा सकता है लेकिन बदला नहीं जा सकता। वहीं कलम से सरे देश की विचारधारा को बदला जा सकता है। कलम…
हिंदी कविता कई सपने तन्हा बैठकरके खुद से,कई सवाल कर रखे हैं। हाँ मैंने भी दिल में,कई सपने पाल कर रखे हैं। जिंदगी की राहों पर, कई ख़याल कर रखे हैं। कुछ चंद मुट्ठीभर पैसे भी, संभाल कर रखे हैं। खून-पसीना बहाकर,दर्द-ए-गम को भुलाकर, कुछ काम जिंदगी में मैंने,बेमिसाल कर…
आप पढ़ रहे हैं ( Ram Mandir Jeet Par Kavita ) राम मंदिर जीत पर कविता "मिल गयी है जीत उनको" :- राम मंदिर जीत पर कविता मिल गयी है जीत उनको, जो चले थे सत्य पथ पर।मुख मलिन उनका हुवा जो, थे चढ़े अन्याय रथ पर।रो रही थी जो…
Nari Sashaktikaran Par Kavita हमारे समाज में सदियों से नारी पर अत्याचार होते आये हैं। आज बदलाव का समय है। समय है की नारियां अपनी ताकत स्वयं बने और अन्याय के विरुद्ध अपनी शक्ति दिखाएँ। ऐसे ही विषय को प्रस्तुत कर रही है यह ( Nari Sashaktikaran Par Kavita )…