आप पढ़ रहे हैं ( Yog Diwas Par Kavita ) योग दिवस पर कविता :-
योग दिवस पर कविता
नियमित करो योग।
बने रहोगे निरोग।
योग देता है शक्ति।
करो ईश्वर की भक्ति।
मिलेगी जीवन से मुक्ति।
योग ही है इसकी युक्ति।
योग से आती है उर्जा।
योगी के नही होता कर्जा।
सूर्योदय से पूर्व उठो रोज।
जीवन में आती है मौज।
प्रभात में करो प्राणायाम।
दीर्घायु हो करके व्यायाम।
योग से छुटते है व्यसन।
अच्छा होता है श्वसन।
रोज करते रहो आसन।
अच्छा होता है पाचन।
खूब खाते है खाना।
बार-बार न हो पाखाना।
योगी नही होता भोगी।
योग से रहता है निरोगी।
योग दिवस का संदेश।
रोगमूक्त हो सभी देश।
करके योग रहो मस्त।
नही लगेंगे कभी दस्त।
जीवन में करो सहयोग।
व्याधि को भगाए योग।
भारत ने योग को जाना।
पुरी दुनिया ने अब माना।
दुनिया में बनी पहचान।
मेरा भारत देश महान।
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