आप पढ़ रहे हैं जिंदगी पर हिंदी कविता :-
हिंदी कविता जिंदगी पर
खाली मकान…
खाली श्मशान है
….ए…..जिंदगी…
तेरी इतनी विशाद है
ना कर गुरूर किसी बात का
खाली मटके की तरह….
तू भी बेकार है
रहगुजर है आज यहाँ
कुछ दिन के बाद….
तू तो मेहमान है
आगे – आगे तु….
पीछे – पीछे जमाना है
एक के बाद एक….
हर किसी को जाना है
…..ए… जिंदगी…..
तेरा भरोसा क्या है
तू तो किराये का मकान है
खाली मकान…..
खाली समसान है
….ए….जिंदगी…..
तेरी इतनी विशाद है ।।
पढ़िए :- हिंदी कविता ज़िन्दगी पर | पढ़ो तो किताब है जिदंगी
रचनाकार का परिचय
नाम – गनेश रॉय “रावण”
पिता का नाम- श्री चितराम रॉय
माता – श्रीमती फेकन बाई रॉय
स्थाई पता- ग्राम – भगवानपाली , डाकघर – ओखर , तहसील – मस्तूरी, जिला – बिलासपुर, पिन – 495551 राज्य – छत्तीसगढ़
व्यवसाय – मशीन ऑपरेटर नितिन स्पिननर्स भीलवाड़ा , राजस्थान
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